वजन कम करने के घरेलू आसान फॉमुले, जानिए

वजन कम करना हो या वजन बढना हो दोनों ही मामलों में आपको सही दिशा के बारें में पता होना चाहिए। वजन कम करना सबसे कठिन कार्यों में से माना जाता है लेकिन आप इन तरिकों को अपनाकर इसे सरल बना सकते हो। चलिए इसे विस्तार से जानते है –

अपने खाने की आदत को बदलें
अगर आप एक हफ्ते के अंदर तेजी से दुबले होने या मोटापा कम करने की शुरुआत करना चाहते हैं तो आपको अपने डेली रुटीन में बदलाव लाना होगा। खाने की आदत में तब्दीली करनी होगी। हम जो खाते हैं वो हमारे शरीर को लगता है। उस प्रकार का खाना जिसमें ज्यादा शुगर, कैलोरी हो खाने से परहेज करना चाहिए। मिसाल के तौर पर बेक्ड चीजें, फ्राइड फूड, स्वीट बेवरेज को अपने आहार में शामिल करने से बचना चाहिए। इन चीजों में बहुत ज्यादा फैट होता है जिससे मोटापा बढ़ता है।

इन्हें हरगिज ना खाएं
इसका मतलब यह हुआ कि आपको केक, कुकीज, कपकेक्स, मफिंस, ब्रेड, पेस्ट्री तो बिल्कुल नहीं खाना चाहिए। साथ ही खाने में साल्टी फूड, स्नैक फूड, फ्रेंच फ्राइज, पोटैटो चिप्स को बिल्कुल भी नहीं खाना चाहिए। इसके अलावा मछली, मीट, पॉल्ट्री के ब्रेडेड प्रोडक्ट के सेवन से आपको बचना चाहिए।फैट बर्न करने के लिए कम प्रोटीन वाले आहार का ही चुनाव करना चाहिए। तेल में तली हुई चीजों की बजाय ग्रि‍ल्ड चीजों को खाना बेहतर है। तेल में ज्यादा फ्रायड चीजें फैट को बनाती है जबकि भुनी हुई चीजें आपके शरीर में फैट नहीं बनने देती। साथ ही अल्कोहल, कोल्ड ड्रिंक्स और मिठाई के सेवन से बचना चाहिए। दूसरी तरफ आईसक्रीम आपके शरीर में चर्बी बढ़ाता है और उससे बना हुआ फैट कम होने या खत्म होने में काफी वक्त लगता है।

तेजी से चलने की आदत डालें
घूमना, टहलना, तेजी से पैदल चलना एक ऐसा एक्सरसाइज है जिसके आपका वजन तेजी से कम होता है। इनकी मदद से आप मनचाहा रिजल्ट भी कुछ दिनों में आसानी से पा लेते हैं। महज चलने मात्र से ही आप 0.46 किलोग्राम यानी कि एक पाउंड वजन कम कर सकते हैं, लेकिन यह सब निर्भर करता है कि आप एक हफ्ते में कितना चलते हैं। यह सच है कि आप बिना जिम जाए सिर्फ चलने से ही 9 किलो तक अपना वजन आराम से घटा सकते हैं। 10,000 कदम चलने से रोजाना आप अपने वजन में अभूतपूर्व कमी कर सकते हैं और आपको यह असर एक हफ्ते में ही दिखने लगेगा।
इसके लिए आप कार पार्किंग एरिया से हमेशा अपना गंतव्य दूर रखें। ताकि इसी बहाने आप पैदल चलने की आदत डाल सकेंगे। आप लिफ्ट की बजाय सीढ़ियों का सहारा लें। यानी अपने रोजाना की दिनचर्या में ही पैदल चलने की आदत डालें।

व्यायाम करें

अपनी मांसपेशियों को बढ़ाने की कोशिश करें | क्योंकि मांसपेशियां बढ़ने से फैट कम होता जिससे कैलोरीज की भी खपत होती है | उदाहरण के दौर पर 2 गाड़ियाँ हैं एक 1200 सीसी और दूसरी 2000 सीसी के इंजन की तो जिस गाड़ी का इंजन बड़ा है वो उतने ही रास्ते पर दूसरी गाड़ी से ज्यादा पेट्रोल खर्च करती है | ऐसा ही हमारे शरीर के साथ होता है | जिस शरीर में मांसपेशियां ज्यादा हैं वो सोते में भी कैलोरीज की खपत करेगा | आपको ऐसा करने के लिए ज़रूरी नहीं की आप घंटों जिम में बिताएं, अगर आप छोटे छोटे काम जैसे दुकान तक चल कर जाना या मोर्निंग वॉक करें तो भी आपका वज़न कम हो सकता है |

व्यायाम आपके मूड को भी सुधारता है क्योंकि वह ऐसे मूड बढ़ाने वाले पदार्थ शरीर में से निकालता है जो आपको खुश, स्वस्थ और आत्मविश्वासी बनाते हैं | व्यायाम से आपका खाना पीना भी हदों में होता हैं और आपको ऐसा लगता है जैसे आप अपने लक्ष्य हासिल कर पा रहे हैं |

ऐसा व्यायाम ढूँढें जिसे करना आपको अच्छा लगे इस तरह से आपको उसे करने से ख़ुशी मिलेगी| आप योग कर सकते हैं, नृत्य सीख सकते हैं या फिर जॉगिंग के लिए जा सकते हैं | इसे एक सजा की तरह न मानें, बस यह सोचें की इससे आपके शरीर और स्वास्थ्य को कितना फायदा हो सकता है |

व्यायाम के लिए साथी ढूँढें | अगर आपको बात करने के लिए कोई साथी मिल जाये तो आपको अपने व्यायाम का वक़्त और मज़ेदार लगेगा |

बदलाव धीरे धीरे लायें

एकदम से सब कुछ बदलने की कोशिश करेंगे तो आप के शरीर की व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो जाएगी और आपके लिए इन बदलावों को लागू कर पाना मुश्किल हो जायेगा | इसलिए ऐसी परहेजी डाइट भी काम नहीं करतीं क्योंकि जो वज़न आप कम करते हैं वो वापस आ जायेगा | स्वाभाविक तरीके से वज़न घटाना और उसे बनाये रखने के लिए आपको अपनी पूरी जीवन शेली में बदलाव लाना पड़ेगा |

छोटे छोटे बदलाव लायें | उदाहरण के तौर पर आप 15 मिनट व्यायाम करना शुरू कर सकते है या फिर खाने के लिए मक्खन के बजाय ऑलिव ऑइल इस्तेमाल कर सकते हैं |

खाने के बारे में सोचना कम कर दें | खाने को ये सोच के खाएं की वह आपके शरीर का इंधन है और इसीलिए आपको अपने शरीर में सबसे बेहतरीन इंधन डालना चाहिए |

भूख मिटाने के लिए खाना खाएं | खोजों से पता चला है की हमारी भूख हमसे जितना खाना खाने को कहती है उसका सिर्फ आधा हिस्सा ही हमें खाना चाहिए | सबसे ज़रूरी है की कार्बोहाइड्रेट और शुगर से भरा खाना न खा के प्रोटीन और फाइबर से भरा खाना खाएं | जिन पेय में शुगर ज्यादा होती है वह बहुत हानिकारक होते हैं क्योंकि आपका शरीर तरल शुगर को पहचान नहीं पाता है और उसे सीधा फैट में बदल देता है | जब भूख न लग रही हो तो खाना न खाएं और अपनी आदतों को बदलने की कोशिश करें (मसलन  अगर बाहर का खाने का मन करे तो उसकी जगह घर पर ही कुछ बना लें |)

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